Ad Code

Responsive Advertisement

Ticker

6/recent/ticker-posts

Ticker

संघर्ष की ऐसी कहानी जिसे सुनके आप जिंदगी में कभी हार नहीं मानेंगे..

नमस्कार दोस्तों

यह कहानी है एक कर्नल सैंडर्स नाम के व्यक्ति की है जो आज एक अरबपति और KFC चिकेन कंपनी का मालिक है, इन्होने अपनी सफलता को हासिल करने से पहले तक़रीबन 1009 बार नाकामयाबी पाई थी।

पर फिर भी वो रुके नहीं और आज उन्होंने साबित कर दिया की कोशिश करने वाली की कभी हार नहीं होती।

कठिनाइयों से भारा जीवन

आपको KFC का चिकन पसंद है या नहीं लेकिन KFC के सफलता के पीछे कर्नल सैंडर्स की कहानी आपको जरुर पसंद आएगी। एक बार किसी कारण से कर्नल सैंडर्स का चलता हुआ बिज़नस बंद हो गया। उस वक्त उनकी उम्र 65 हो चुकी थी और हाल यह था की खोने के लिए अब उनके पास में कुछ भी नहीं बचा था।

उनको अपने चिकन प्रयोग पर बहुत भरोसा था, वो मसाले और प्रेसर कुकर लेकर अपनी चिकन बनाने का प्रयोग की मार्केटिंग करने निकल पड़े। उन्होंने अलग-अलग रेस्टोरेंट से मिलना शुरू किया। और सब उनको रिजेक्ट करते गये।

लेकिन कर्नल सैंडर्स भी अड़े रहे, लगे रहे, सीखते रहे और चलते रहे। और करते-करते एक हजार नौ (1009) लोगो ने उनको रिजेक्ट कर दिया फिर जाकर उनको मिली उनकी पहली हाँ।

हाँ अपने सही पढ़ा है, एक हजार नौ बार रिजेक्ट होने के बाद, एक हजार नौ बार ना सुनने के बाद उनको उनकी पहली हाँ मिली।

सोचो 65 की उम्र में, एक एसी उम्र जब लोग रिटायर हो जाते है, एक इस उम्र में जब लोग दुबारा उठने से हार मान लेते है, उस उम्र में उन्होंने अपने चिकन प्रयोग के साथ एक ऐसा बिज़नस खड़ा कर दिया जो आज 120 देश में है। 18000 से ज्यादा KFC के रेस्टोरेंट्स (Restaurants) है, और 20 अरब डॉलर से ज्यादा उनका एक साल की कमाई है।

मुस्किल इस दुनिया में कुछ भी नहीं 
         फिर भी लोग अपने इरादे तोड़ देते है,
                अगर सच्चे दिल से हो चाहत कुछ पाने की तो
                                     सितारे भी अपनी जगह छोड़ देते है।


संत कबीरदास जी ने सही ही लिखा है;

“करत-करत अभ्यास से, जड़मति होत सुजान।
          रसरी आवत-जात ते, सिल पर परत निशान।।”

जैसा कि कर्नल सैंडर्स की कहानी आपने पढ़ी, हम इस नतीजे पर पहुँचते हैं कि अगर कोई भी व्यक्ति लगातार प्रयास करता रहे तो एक दिन सफल अवश्य होगा।

“Practice makes a man perfect.”

कर्नल सांडर्स, एक ऐसे इंसान, जो जीवन भर संघर्ष करते रहे और अपने अंतिम दिनों में सफलता की एक ऐसी मिसाल पेश की, जो कि अपने आप में एक बहुत ही बड़ी उपलब्धि हैं।



उनके जीवन मे घटित कुछ महत्वपूर्ण घटनाए...

🔹जब वे 5 साल के थे तब उनके पिता का देहान्त हो गया।
🔹कक्षा 7 में ही (16 साल की उम्र में) ही उनको स्कूल छोड़ना पड़ा।
🔹उसके बाद उनकी माँ ने दूसरी शादी कर ली तो सांडर्स घर से भाग गए।
🔹17 साल की उम्र तक उन्हें 4 नौकरियों से निकाला जा चुका था।
🔹18 साल की उम्र में शादी हो गई।
🔹18 से 22 वर्ष की आयु तक कंडकटर की नौकरी करी।
🔹आर्मी में गए वहां से भी निकाल दिया गया।
🔹लाॅ स्कूल में दाखिला लेने गए, रिजेक्ट कर दिया।
🔹लोगों के लाइफ इंश्योरेंस (बीमा) का काम शुरू किया – लेकिन असफलता हाथ लगी।
🔹19 साल की उम्र में पिता बन गए।
🔹20 साल की उम्र में उनकी पत्नी उनको छोड़ के चली गई और बच्ची को अपने साथ ले गई।
🔹एक होटल में बावर्ची (कुक) का काम किया।
🔹अपनी खुद की बेटी से मिलने के लिए उसे किडनैप करने की कोशिश की – और असफल रहे।
🔹65 साल की उम्र में रिटायर हो गए।
🔹रिटायरमेंट के बाद पहले ही दिन सरकार की ओर से मात्र 105 डॉलर का चेक मिला।
🔹कई बार आत्महत्या करने की कोशिश तक की।

                                                           💗धन्यवाद💗

Post a Comment

0 Comments